सुकेत सत्याग्रह (Suket Satyagraha-1948) : मंडी की तरह, 1914 के ग़दर आंदोलन का प्रभाव सुकेत पर भी पड़ा था । बेगार प्रथा और भ्रष्ट प्रशासन के विरुद्ध 1942 में लोगों ने आवाजें उठानी शुरू कर दी ।
मंडी षड्यंत्र (1914 -15): बेगार तथा राजा भवानी सेन और वजीर जीवा नन्द पाधा के उत्पीड़न से तंग आ कर मंडी के लोगों ने सरकाघाट के शोभा राम (Shobha Ram) के नेतृत्व में 1909 में मंडी जन आंदोलन शुरू किया ।