Category Archives: HimachalGK

Chronology of Various Historical Events of Himachal Pradesh – 1

By | November 6, 2016

3000-2500 B.C. – Aryans from the Central Asia came in contact with the Himachal areas after crossing Purushani (Ravi) and reached Arijikiya (Beas). The Aryan King Divodas defeated the Kirat’s King Sambhar in the war which lasted forty years. This war found mention in the Rigveda.

Theog, Madhan Movement (ठियोग, मधान आंदोलन)

By | November 6, 2016

ठियोग, मधान आंदोलन (Theog, Madhan Movement): सन 1926 – 28 में इन रियासतों में जन आंदोलन शुरू हुआ । यहाँ आंदोलन को कुचलने के लिए ‘बलूची’ और ‘जेहलमी’ पुलिस (Jehlemi Police ) को तैनात किया गया । ‘मियां खड़क सिंह’ (Mian Khadak Singh) ने ठियोग आंदोलन को नया जन्म दिया ।

Chamba Agitation (चम्बा आंदोलन )

By | November 6, 2016

चम्बा आंदोलन (Chamba Agitation): चम्बा में ‘कर’ के खिलाफ व ‘बेगार’ की समाप्ति के लिए 1896 में ‘भटियात वज़ीरात’ (Bhattiyat Wazirat) दल बना कर संघर्ष शुरू किया गया । हालाँकि सरकार ने इसे दबाव बनाकर कुचल दिया ।

Kunihar Struggle (कुनिहार संघर्ष)

By | November 6, 2016

कुनिहार संघर्ष (Kunihar Struggle): ये शिमला पहाड़ी क्षेत्र की 7 वर्ग मील में विस्तृत एक छोटी सी रियासत थी। प्रथम आवाज राणा के अभद्र पूर्ण व्यवहार के विरुद्ध 1920 में उठी । उस समय रियासत का राणा हरदेव सिंह (Hardev Singh) था।

Rampur Bushahr Movement ( रामपुर बुशहर आंदोलन )

By | November 6, 2016

रामपुर बुशहर आंदोलन (Rampur Bushahr Movement) 1906 में बुशहर में (कर्मचारियों के विरुद्ध असहयोग आंदोलन) दुजम (DUJJAM) शुरू किया गया । पं. पदम देव ने रीत (महिलाओं की खरीद फरोख्त) के विरुद्ध आवाज उठाई, साथ ही छुआछूत व् बाल विवाह का भी विरोध किया ।

Sirmaur Satyagraha (सिरमौर सत्याग्रह)

By | November 6, 2016

सिरमौर सत्याग्रह (Sirmaur Satyagraha): 1920 के बाद सिरमौर में राजनितिक जागृति का उत्थान शुरू हो गया था । ‘चौधरी शेरजंग’ ने पंजाब में हुए क्रांतिकारी गतिविधियों से प्रभावित होकर एक गुप्त संग़ठन का गठन किया । इसी के चलते 1939 में ‘सिरमौर प्रजा मंडल’ का गठन किया गया । इसके प्रमुख नेता श्री चौधरी शेरजंग, शिवानंद रमौल, देविन्द्र… Read More »

Dhami Firing Tragedy (धामी गोली कांड)

By | November 6, 2016

धामी कांड (Dhami Firing Tragedy): पहाड़ी रियासतों के जन संघर्ष के मार्ग में धामी गोली कांड एक काला अध्याय है । धामी एक छोटी सी रियासत थी जो राणा शासन के अधीन थी । धामी के लोगों की प्रमुख मांगें थी। १) बेगार प्रथा की समाप्ति, २) कर में 50 प्रतिशत की कमी, ३) रियासती प्रजामण्डल… Read More »